Very Parivarik: हंसी, रिश्तों की गर्माहट और यथार्थ का मनोरंजक संगम

Very Parivarik Review
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Very Parivarik: टीवीएफ (TVF) ने अपने नए हफ्ते के शो ‘Very Parivarik के साथ दर्शकों का दिल जीत लिया है। यह शो आधुनिक समय के एक कपल की कहानी है, जो अपने माता-पिता को अपने घर में रहने के लिए बुला लेते हैं।  इस सरल से लगने वाले कथानक में रिश्तों की जटिलताओं, पीढ़ीगत अंतर और उनसे उपजने वाली हंसी-मजाक को खूबसूरती से दर्शाया गया है। 

Very Parivarik आप YouTube पर फ्री में देख सकते हैं। अब तक 9 एपिसोड प्रसारित हो चुके हैं और हर एक ने दर्शकों को खूब पसंद किया है।  प्रत्येक एपिसोड 2 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है, जो शो की लोकप्रियता का प्रमाण है।  आइए अब तक के एपिसोडों पर एक नजर डालते हैं:

एपिसोड 1: आगमन (The Arrival)

पहला एपिसोड शर्मा दंपत्ति (शैली और अनीश) के इर्द-गिर्द घूमता है, जो मुंबई में रहते हैं।  वे अपने माता-पिता को अपने घर में रहने के लिए बुलाते हैं।  शैली की मां बिहार से और अनीश के पिता यूपी से हैं।  एपिसोड में उनके आगमन को दिखाया गया है, और संस्कृति के टकराव के साथ-साथ उनके आधुनिक बेटे-बहू के रहन-सहन को लेकर उनके माता-पिता की अस्वीकृति को हास्यपूर्ण ढंग से पेश किया गया है।  दर्शकों को यह एपिसोड काफी रिलेटेबल लगा, क्योंकि इसमें उन छोटी-छोटी बातों को दिखाया गया है, जो अक्सर भारतीय परिवारों में होती हैं, जैसे कि माँ का बेटे को ज्यादा प्यार करना, या बाथरूम से बाहर हाथ न धोना। 

 

एपिसोड 2: संडे (Sunday)

दूसरे एपिसोड में रविवार की सुबह को शर्मा परिवार के साथ बिताया गया है।  इसमें सभी सदस्यों की अलग-अलग आदतों और उनके रविवार को बिताने के तरीकों को दिखाया गया है।  पिताजी अखबार पढ़ने और चाय पीने में व्यस्त हैं, माँ पूजा-पाठ कर रही हैं, शैली सोशल मीडिया पर समय बिता रही हैं, और अनीश घर के कामों में जुटा हुआ है।  एपिसोड में पीढ़ीगत अंतर को हंसी-मजाक के साथ उजागर किया गया है, साथ ही यह भी दिखाया गया है कि कैसे रविवार का दिन एक परिवार को एक साथ लाता है। 

एपिसोड 3: रिश्ता (The Relationship)

तीसरे एपिसोड में शैली के कजिन भाई पलक की एंट्री होती है, जो मुंबई से आता है और शैली के घर पर रुकता है।  पलक के साथ शैली के माता-पिता को यह देखकर खुशी होती है कि वह शादीशुदा नहीं है।  एपिसोड में भारतीय समाज में शादी के महत्व को हास्यपूर्ण ढंग से दिखाया गया है। साथ ही, यह भी दर्शाया गया है कि कैसे माता-पिता अपने बच्चों के रिश्तों के बारे में सोचते हैं, भले ही बच्चे खुद शादी के लिए तैयार न हों।  एपिसोड के अंत में एक दिलचस्प मोड़ आता है, जब अनीश अपने माता-पिता को बताता है कि वे भी शादी से पहले साथ रह रहे थे। 

एपिसोड 4: फूड (The Food)

चौथे एपिसोड में भोजन को परिवार को एकजुट करने वाले कारक के रूप में दिखाया गया है।  इसमें शैली की माँ अपने पारंपरिक व्यंजनों को बनाती हैं, जबकि शैली स्वस्थ भोजन विकल्पों को पसंद करती हैं।  एपिसोड में भोजन के माध्यम से पीढ़ीगत अंतर और स्वाद व पसंद में बदलाव को हास्यपूर्ण ढंग से पेश किया गया है, साथ ही यह भी दिखाया गया। 

एपिसोड 5: कातिल चिकन (Kaatil Chicken)

पांचवां एपिसोड सोशल मीडिया की जुनूनियत को हास्यपूर्ण तरीके से दिखाता है आयुष अपने सोशल मीडिया फॉलोइंग को बढ़ाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है वह एक खास तरह का चिकन बनाने की कोशिश करता है, जिसे वह “कातिल चिकन” का नाम देता है इस एपिसोड में हास्य पैदा होता है आयुष की अजीबोगरीब हरकतों और सोशल मीडिया पर वायरल होने की उसकी जुनूनियत को देखकर

एपिसोड 6: मेड (Maid (The Didi)

छठे एपिसोड का शीर्षक “मेड (द डिदी)” भले ही घरेलू सहायिका से जुड़ा हुआ लगता है, लेकिन कहानी में एक दिलचस्प मोड़ आता है अर्णव की कॉलेज की एक पूर्व सहपाठी अचानक दिल्ली आती है और गुप्ता परिवार के घर रहती है उसे “द डिदी” कहकर संबोधित किया जाता है यह एपिसोड अर्णव और “द डिदी” के बीच की इक्वेशन और उनके अतीत के रहस्य को हास्यपूर्ण ढंग से उजागर करता है

एपिसोड 7: महिला पार्टी (Mahila Party)

सातवें एपिसोड का शीर्षक “महिला पार्टी” दर्शाता है कि यह एपिसोड शायद घर की महिलाओं या किसी महिलाओं से जुड़े समारोह पर फोकस करता है। गुप्ता परिवार की महिलाएं एक महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में शामिल होती हैं और वहां से प्रेरणा लेकर घर पर ही एक छोटी सी पार्टी मनाती हैं एपिसोड में हास्य के साथ-साथ महिलाओं के अधिकारों और सामाजिक मुद्दों पर भी बातचीत की जाती है

एपिसोड 8: नो ऑफेंस (No Offence)

आठवें एपिसोड का शीर्षक “नो ऑफेंस” (कोई बुरा नहीं मानना) एक गलतफहमी की ओर इशारा करता है परिवार के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो जाती है, जिससे घर का माहौल तनावपूर्ण हो जाता है हालांकि, बाद में सभी सदस्य आपस में बातचीत कर गलतफहमी को दूर करते हैं और “नो ऑफेंस” कहकर एक-दूसरे से माफी मांग लेते हैं एपिसोड इस बात पर प्रकाश डालता है कि रिश्तों में बातचीत कितनी महत्वपूर्ण है

एपिसोड 9: चॉइस (Choice)

नौवें एपिसोड का शीर्षक “चॉइस” (चुनाव) दर्शाता है, कि शायद इस एपिसोड में किसी को कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना पड़े आयुष को अपने सोशल मीडिया करियर और पढ़ाई के बीच चयन करना पड़ता है. वहीं, दूसरी तरफ अर्णव को अपने जुनून और नौकरी के बीच संतुलन बनाना होता है एपिसोड यह दिखाता है कि युवाओं को अपने सपनों और मजबूरियों के बीच कैसे रास्ता निकालना होता है 

कुल मिलाकर (Overall) ‘Very Parivarik’ एक ऐसा शो है  एक ऐसा शो है जो दर्शकों को हंसाता है, सोचने पर मजबूर करता है और दिल को छू लेता है. यह शो रिश्तों की गर्मजोशी, पीढ़ीगत अंतर की चुनौतियों, और रोजमर्रा की जिंदगी की खुशियों-गमों को बखूबी पेश करता है. कलाकारों का शानदार अभिनय, लेखन की सटीकता और निर्देशन की कारीगरी इस शो की सफलता के प्रमुख स्तंभ हैं.

अभी तक प्रसारित 9 एपिसोड दर्शकों को बांधे रखने में कामयाब रहे हैं. आने वाले एपिसोड में शायद गुप्ता परिवार के सामने कोई बड़ी चुनौती आए और उनके रिश्तों की परीक्षा हो. यह देखना दिलचस्प होगा कि कैसे गुप्ता परिवार हंसी-मजाक और आपसी प्यार के साथ मिलकर हर मुश्किल का सामना करता है.

वैसे Very Parivarik TVF के द्वारा प्रति सप्ताह शुक्रवार के दिन नए एपिसोड प्रसारित किये जाते हैं।  अगला एपिसोड 7th जुलाई को प्रसारित होगा।  

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