Courtesy BCCI TV
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI Announces Central Contract) ने अपने नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की घोषणा BCCI के ऑफिसियल X अकाउंट से की गई, चौकाने वाली बात ये हैं की इशान किशन और श्रेयस अय्यर का नाम इस लिस्ट में नहीं हैं। इसके अलावा कुछ नए सितारों को उनके अच्छे परफॉरमेंस के वजह से नए कॉन्ट्रैक्ट में जगह मिली है.
BCCI Announces Central Contract: बीसीसीआई के नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट्स की घोषणा के बाद, क्रिकेट के दीवानों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है कि लिस्ट में दो बड़े नामों का ना होना। BCCI चौकते हुए अचानक श्रेयस अय्यर का नाम इसमें शामिल नहीं किया जबकि अभी कुछ महीने पहले ही समाप्त हुए वर्ल्डकप में 500 से भी अधिक रन बनाने वाले खिलाडी का नाम ना होना आश्चर्य की बात है। इसके अलावा इशान किशन वे भी कुछ माह पहले टीम इंडिया के सभी फॉर्मेट के लगभग स्थाई खिलाडी थे ।
इस निर्णय के पीछे की वजह क्या हो सकती है ये BCCI ने तो साफ नहीं किया, किन्तु सूत्रों के अनुसार, इन खिलाड़ियों का डोमेस्टिक क्रिकेट के बजाय लीग क्रिकेट को तरहीज देना माना जा रहा है। इन खिलाड़ियों ने हाल ही में रणजी ट्रॉफी सीजन को छोड़कर आईपीएल की तैयारी करने का फैसला किया था, शायद BCCI के इस फैसले के पीछे यह वजह हो सकती हैं ।
इस निर्णय ने क्रिकेट में रूचि रखने वालो को नए कयास लगाने का मौका दे दिया हैं, क्योंकि श्रेयस और इशान जैसे युवा खिलाड़ी अपने प्रदर्शनों के साथ चर्चा में रहते हैं। इन खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी ने चुनौतीपूर्ण प्रश्न उत्पन्न किए हैं, जिसका उत्तर निकालने के लिए क्रिकेट जगत व्यापक रूप से इन पहलुओं को समझ रहा है।
सूत्रों के अनुसार BCCI के Central Contract Announces करने के पीछे की असली वजह , BCCI का खिलाड़ियों को डोमेस्टिक क्रिकेट में ही अपने कौशल को सिद्ध करें और तब उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट मिले। इससे उन्हें विभिन्न प्रकार की मैचों में अपनी क्षमताओं को दिखाने का अवसर मिलता है और वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी जगह बना सकते हैं। इस दृष्टिकोण से, बीसीसीआई का निर्णय समझा जा सकता है कि वे युवा खिलाड़ियों को अधिक मौके देना चाहते हैं, ताकि वे अपना प्रदर्शन सुधार सकें और उन्हें भविष्य में भारतीय टीम का हिस्सा बनने का मौका मिले।
हालांकि, इस निर्णय को लेकर कुछ प्रशंसक और विशेषज्ञ सहमत नहीं हैं, और इसे विवादित मान रहे हैं। उनका कहना है कि श्रेयस और इशान जैसे खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर करने का निर्णय अनुचित है, क्योंकि इन्होंने अपने प्रदर्शनों से यह साबित किया है कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा क्रिकेट खेल सकते हैं।
इस पूरे विवाद के पीछे की असली वजह और बीसीसीआई के इस निर्णय पर उनकी दृष्टि को समझने के लिए हमें इंतजार करना होगा। कुछ लोग मानते हैं कि इस निर्णय में रणनीतिक सोच शामिल है।
जबकि क्रिकेट के जानकारों का कहना हैं, के BCCI ऐसा करके युवाओ को साफ सन्देश देना चाहती हैं, के असली क्रिकेट रेडबॉल क्रिकेट हैं, और आप को इस क्रिकेट के सबसे कठिन प्रारूप को खेल कर अपने आप को मजबूत बनाना होगा और जब भी खिलाड़ियों को इस प्रारूप को खेलने का अवसर मिले तो वो खिलाडी अपने क्षेत्रिय टीम के लिए उपलब्ध हो, ना की क्रिकेट के चकाचौंध में खेल के सबसे छोटे प्रारूप याने 20 -20 जिसमे पैसा भी ज्यादा हैं, और युवा वहा केंद्रित भी हो जाये। इस विवाद के पीछे की असली वजह और इस पर बीसीसीआई की दृष्टि को समझने के लिए हमें थोड़ा इंतजार करना होगा। खिलाड़ियों को
BCCI Central Contract लिस्ट कुछ इस प्रकार हैं :
ग्रेड A+: एलीट परफॉर्मर्स – रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, और रविंद्र जडेजा
ग्रेड A: र अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल, और हार्दिक पंड्या
ग्रेड B: – सुर्या कुमार यादव, रिशभ पंत, कुलदीप यादव, आक्सर पटेल, और यशस्वी जैसवाल
ग्रेड C: रिंकु सिंह, तिलक वर्मा, रुतुराज गायकवाड़, शार्दूल ठाकुर, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, जितेश शर्मा, वाशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, के.एस. भरत, प्रसिद्ध कृष्णा, अवेश खान, और रजत पाटिदार